मृदभाषी सरल एवं हँसमुख स्वभाव के श्री कलीराम तोमर का जन्म उत्तरप्रदेश के गांव लहचौड़ा, जिला बागपत, उत्तर प्रदेश के एक गरीब परिवार ने हुआ था। आपके पिता करीब पचास साल पहले दिल्ली आकर रहने लगे थे। आप विद्यार्थी काल से ही सामाजिक कार्य मे रुचि रखते थे और सन 1977 में जनता पार्टी पर आपने राजनीति क्षेत्र में शुरुआत की और सन 1980 तक रोहताश नगर जनता पार्टी मंडल के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य किया तथा जनता पार्टी के टूटने के बाद सन 1980 से 1983 तक रोहताश नगर ब्लॉक् भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य रहे।
सन 1983 में आपने रोहताश नगर से ही नगर निगम का चुनाव तीसरे मोर्चे से लड़ा और मात्र 23 वर्ष की आयु में ही तीसरे मोर्चे से दिल्ली में सबसे अधिक वोट पाने में सफल रहे। सन 1983 से 1984 तक पूर्वी दिल्ली युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। सन 1984 से 1986 तक जिला अध्यक्ष के साथ ही दिल्ली प्रदेश युवक कांग्रेस के महासचिव रहे।
सन 1986 में आपने जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और आपको दिल्ली प्रदेश जनता पार्टी का महासचिव बनाया गया। सन 1988 का जनता पार्टी का जनता दल में विलय के बाद आपको दिल्ली प्रदेश जनता दल का सचिव मनोनीत किया गया। सन 1991 में आपको दिल्ली प्रदेश जनता दल के महासचिव पद पर पदोन्नत किया गया।
जनता दल टूटने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य रहे तथा दिल्ली प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल का महासचिव मनोनीत किया गया। सन 1997 से 2000 तक महासचिव पद पर रहे। सन 2000 में आपको दिल्ली प्रदेश राष्ट्रीय जनता का उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता मनोनीत किया गया। सन 1998 में राष्ट्रीय जनता दल के टिकट में रोहताश नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। आप 2001 में श्री लालू प्रसाद यादव और श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा बनाये गए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मोर्चा के प्रवक्ता भी रहे।
आपने सन 2005 में इंडियन जस्टिस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और आपको इंडियन जस्टिस पार्टी का राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया गया। सन 2008 में आपको राष्ट्रीय महासचिव पद पर पदोन्नत किया गया। सन 2009 में इंडियन जस्टिस पार्टी के टिकट पर आपने जिला उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का चुनाव लड़ा।
आप अनेक सामाजिक संगठन से जुड़े हैं और जनसमस्याओं को लेकर सैकड़ों बार धरना प्रदर्शन कर चुके है। आपने जनसमस्याओं, पर्यावरण एवं रिहायशी क्षेत्रों में व्यवसायिक गतिविधियों के लिए लोकसभा में लाये गए कानून के खिलाफ माननीय उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर की जिसमें माननीय उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली के रिहायशी क्षेत्रों में चल रही व्यवसायिक गतिविधियों
को बंद करवाने का आदेश केन्द्र सरकार को दिया।
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सन 2007 में आपने दिल्ली की जनता के हित में केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए मास्टर प्लान 2021 को माननीय उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी। सन 2010 में आपने अपने साथियों के साथ मिलकर “ भारतीय समता समाज” नाम से सामाजिक संस्था का गठन किया और उसके माध्यम से सामाजिक कार्य करते रहते है और देश और समाज के लिए कार्य कर रहे है तथा फिल्म एवं टी. वी. कलाकार, साहित्यकार, कवि, शिक्षाविद, चिकित्सक, खेलजगतऔर सामाजिक कार्य में लगे समाजसेवियों को स्वाधीनता दिवस के अवसर पर समता अवार्ड से सम्मानित करने का काम प्रतिवर्ष कर रहे हैं। आपकी जहां राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अलग पहचान बनी हुई हैं, वहीं फ़िल्म जगत में भी आपने एक बड़ी पहचान बनाई हुई है।
आप एक निर्भीक और निडर पत्रकार भी हैं जो अपनी बात सही तरीके से रखते है और बिना खौंफ के सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में लिखते हैं। आप छह वर्षो से विशेष द्रष्टि नाम से एक समाचार पत्र भी निकाल रहे है। जिसकी पूरे देश में एक अलग पहचान बनी हुई हैं। यह आपकी कार्यकुशलता और काम करने का तरीका है उसी कारण भारतीय समता समाज आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैला हुआ हैं और इसकी शाखाएं काम कर रही हैं। यह संगठन आप के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु, गोहाटी, कोलकाता, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तरप्रदेशऔर दिल्ली में भली भांति देश और जनता के हक और इंसांफ के लिए कार्य कर रहा हैं।
आपने अपने साथियों द्वारा एक जनहित याचिका माननीय उच्चतम न्यायालय में दायर करवाई थी, जिसके बाद देश के करीब ढ़ाई करोड़ रेहड़ी पटरी वालों को रोजगार के लिए जगह उपलब्ध कराने जा काम केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किया गया और इसके लिए राष्ट्रीय हॉकर्स पॉलिसी बनाई गई। आप आर. टी. आईं. के एक बड़े कार्यकर्ता भी है जो समय समय पर सरकार में हो रहे घोटालों को उजागर करने का काम करते है। आप एक ऐसे मर्दभाषी, हँसमुख और मिलनसार व्यक्ति है जो आपसे एक बार मिलता है वो आपका मुरीद हो जाता है। यही आपके लिए बहुत बड़ी कामयाबी भी है।
हम आशा करते हैं कि आप इसी तरह देश और समाज के लिए काम करते रहे और उन गरीबों, दलितों, किसानों की हक और इंसाफ की लड़ाई को लड़ते रहें।
आप जो इस समाज के लिए काम कर रहे हैं वह बिना किसी सहयोग के नही किया जा सकता, इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आपकी पत्नी श्रीमती लौंगश्री तोमर की है जो वह आपको पूर्ण तौर पर हर समय सहयोग देती रही है। आपकी कामयाबी का श्रेय आपके साथियों के साथ साथ आपकी पत्नी को भी जाता हैं।